tag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post2509640712441910694..comments2023-08-25T07:51:29.977-07:00Comments on Wings of Fancy: योगी श्री अरविन्द:सॉनेटVindu babuhttp://www.blogger.com/profile/11965183591803020118noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-40544158745554544332022-01-11T01:30:28.357-08:002022-01-11T01:30:28.357-08:00आपकी लेखनी में उस परमसत्ता के दर्शन कराने की अद्भ...आपकी लेखनी में उस परमसत्ता के दर्शन कराने की अद्भुत सामर्थ्य है । Rajesh Chandra Agnihotri "Deep"https://www.blogger.com/profile/00583611668149531010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-36197078565387831622014-05-13T11:52:32.194-07:002014-05-13T11:52:32.194-07:00शुक्रिया कविता जी।शुक्रिया कविता जी।Vindu babuhttps://www.blogger.com/profile/11965183591803020118noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-26348947747246466282014-05-13T11:51:12.351-07:002014-05-13T11:51:12.351-07:00आपका बहुत धन्यवाद आदरणीय।
स्नेह बनाये रखें।
सादर आ...आपका बहुत धन्यवाद आदरणीय।<br />स्नेह बनाये रखें।<br />सादर आभारVindu babuhttps://www.blogger.com/profile/11965183591803020118noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-60464642612530608522014-04-29T21:53:59.564-07:002014-04-29T21:53:59.564-07:00गुरु को नमन!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति गुरु को नमन!<br />बहुत सुन्दर प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-11392947210910452342014-03-04T18:43:45.094-08:002014-03-04T18:43:45.094-08:00योगी श्री अर्विन्द जी ने हमारे भारत की पावन भूमि क...योगी श्री अर्विन्द जी ने हमारे भारत की पावन भूमि को और पवित्र किया। इस कविता के माध्य्म उनकी स्मृति को हमारे समक्ष ताज़ा रखने के लिए धन्यवाद, आदरणीया वन्दना जी।vijayhttps://www.blogger.com/profile/07685695379000568628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-31026763070808634232014-02-27T07:35:05.964-08:002014-02-27T07:35:05.964-08:00आप यहाँ पधारे...अपनी प्रतिक्रिया दी,मेरा प्रयास सा...आप यहाँ पधारे...अपनी प्रतिक्रिया दी,मेरा प्रयास सार्थक हुआ।<br />शायद ही कोई साहित्यप्रेमी,या कहें विचारशील होगा जो श्री अरविन्द को अराध्य नहीं मानता होगा।<br />आपका हार्दिक धन्यवादVindu babuhttps://www.blogger.com/profile/11965183591803020118noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4594068624919209913.post-73257095296190235762014-02-27T02:01:21.466-08:002014-02-27T02:01:21.466-08:00जब मन- तन के धरातल से ऊपर उठ कर जीवन को उस परमपिता...जब मन- तन के धरातल से ऊपर उठ कर जीवन को उस परमपिता परमेश्वर के सानिध्य में खुद को देखा जाए तब ही ऐसे सुन्दर भक्तिपूर्वक भाव प्रकट होते है . तुमने बहुत सुन्दर लिखा है . योगी अरविन्द मेरे पूज्य गुरुओ में से एक है .उन्हें भी प्रणाम और आपको धन्यवाद vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.com